राज्य में लगातार बढ़ रहा संक्रमण शुभ संकेत नही
उत्तराखण्ड प्रवासियों से संक्रमण के बढ़ते कदम
Subhash kumar
Date 14.5.2020 Time 8.45
देहरादून। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने देश मे वैश्विक महामारी को रोकने हेतु लोक डाऊन-4 नए रूप व रंग के साथ लोगो के भाविष्य को साकार करने व आत्म निर्भरता के साथ चलाने की बात कही है। परन्तु आज देश मे कोरोना संक्रमण के बढ़ते कदमो को रोक पाना मश्किल ही नही बल्कि असम्भव होता दिखाई दे रहा है। जिसका एक प्रमुख कारण है कि शहरों में रह रहा बड़ी संख्या में गरीब मजदूर वर्ग सोशल डिस्टेंस (सामाजिक दायरे) का अनुपालन बिल्कुल भी नही कर रहा है। यदि इनमे से किसी एक में भी कोरोना संक्रमण पाया जाता है तो ना जाने कितना मजदूर वर्ग इसकी चपेट में आएगा। इसका अनुमान भी नही लगाया जा सकता। इधर अन्य प्रदेशों से आ रहे उत्तराखण्ड प्रवासियो में लगातार बढ़ रहा संक्रमण उत्तराखण्ड प्रदेश के लिए शुभ संकेत नही है। सरकार व प्रशासन की अनदेखी से देश मे एक बड़ा संकट आ सकता है।
इस तरह के लोग आपको कही पर भी मिल जायँगे जैसे सब्जी की दुकान,कपड़े की दुकाने व बैंको में इत्यादि किसी भी सरकारी व व्यापारिक प्रतिष्ठानो में भेड़ बकरियों की तरह झुंड बनाकर खड़े मिल जाते है।
देहरादून के घण्टाघर स्थित मुख्य डाकघर में कल ये नजारा देखा गया। डाकघर के मुख्य द्वार पर सैकड़ो मजदूरों कीअत्यधिक भीड़ में सोशल डिस्टेन्स(सामाजिक दायरा) ना होने की वजह से अव्यवस्था का माहौल बन गया था मौके पर महिला पुलिस के ना पहुंचाने से मजदूर महिलाओ की भारी भीड़ के कारण पूरा माहौल बिगड़ गया। मात्र दो सिपाही केवल पुरुष मजदूर को ही हटा पाए, बिगड़ते हालत को देखते हुए उसे व्यवस्थित करने हेतु आखिरकार मीडिया के लोगो को आगे आना पड़ा। काफी देर बाद महिला पुलिस दल व पुलिस के कुछ अधकारियों के पहुंचने पर
स्थिति को काबू में लाया गया।
लॉकडाऊन में इस तरह अव्यवस्था के माहौल में कोरोना संक्रमण रोक पाना मुश्किल होता जा रहा है। अब लॉकडाऊन का चौथा चरण शरू होने जा रहा है इसके बावजूद उत्तराखण्ड सरकार किसी सुनियोजित तरिके से योजनाओ को साकार करने के बजाय केंद्र सरकार के 20 लाख करोड़ के पैकेज का राग अलाप रही है। सरकार के नुमाइंदे भी प्रधान मंत्री की तारीफो के पूल बांध रहे है। जबकि उत्तराखण्ड प्रवासियों में लगातार बढ़ रहे संक्रमण को देखते हुए भी प्रदेश सरकार सुरक्षा को ध्यान में रखते व संक्रमण को रोके जाने हेतु कोई ठोस नीति नही बना पाई है।आख़िर सरकार इस तरह लॉक डाऊन कर देश मे कोरोना संकट से निजात कैसे पा सकेगी। क्या इस तरह देश की बिगड़ती अर्थव्यवस्था फिर से पटरी पर आ सकेगी।