15000 भारतीयों को वापिस लाने की प्रक्रिया शरू,64 उड़ाने विदेश रवाना को तैयार
5 मई 2020। कोरोना वायरस लॉकडाउन के बीच दुनिया भर में फंसे हजारों भारतीयों को वापस लाने की कवायद जारी है. भारत सरकार कमर्शियल जेट, मिलिट्री ट्रांसपोर्ट विमान और नौसेना को इस ऑपरेशन में तैनात करेगी. विदेश मंत्रालय ने कहा इसके तहत पहले चरण में 13 देशों में फंसे 14,800 से अधिक भारतीयों को 64 उड़ानों से वापस लाया जायेगा. तीन नौसेना जहाजों को मालदीव और संयुक्त अरब अमीरात के लिए रवाना किया गया है. खाड़ी से लेकर यूरोप और अमेरिका में लाखों भारतीय फंसे हुए है क्योंकि भारत ने 26 मार्च से उड़ान संचालन को रोक दी है.
भारत से उड़ानें 12 देशों यूएई, यूके, यूएस, कतर, सऊदी अरब, सिंगापुर, मलेशिया, फिलीपींस, बांग्लादेश, बहरीन, कुवैत और ओमान तक जाएंगी. विदेश मंत्रालय ने कहा कि इस हफ्ते लोगों को निकालना शुरू किया जायेगा. पहले दिन 10 उड़ानें 2300 भारतीयों को वापस लाएगी. दूसरे दिन लगभग 2050 भारतीय नागरिक योजना के अनुसार नौ अलग-अलग देशों से चेन्नई, कोच्चि, मुंबई, अहमदाबाद, बेंगलुरु और दिल्ली पहुंचेंगे.
तीसरे दिन मध्य पूर्व, यूरोप, दक्षिण पूर्व एशिया और अमेरिका से 2,000 से अधिक फंसे हुए भारतीय नागरिक देश लौट आएंगे. चौथे दिन विदेश मंत्रालय के सहयोग से उड्डयन मंत्रालय अमेरिका, ब्रिटेन और यूएई सहित आठ विभिन्न देशों से फंसे 1850 नागरिकों को वापस लाएगा. केवल असिमटोमैटिक यात्रियों को यात्रा करने की अनुमति है. उड़ान से पहले सभी यात्रियों की जांच की जाएगी.
जो लोग भारत वापस आना चाहते हैं, उन्हें एक फॉर्म भरना होगा और आगमन पर हेल्थ काउंटर इमिग्रेशन काउंटर पर एक प्रति जमा करनी होगी. यात्रियों इस बात का उल्लेख करना होगा कि क्या उन्हें बुखार, खांसी, मधुमेह या किसी श्वसन रोग लक्षण तो नहीं हैं.